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The LORD also will be a refuge for the oppressed, a refuge in times of trouble.
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योà¤à¤²
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ओबदà¥à¤¦à¤¾à¤¹
योना
मीका
नहूम
हबकà¥à¤•ूक
सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹
हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
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पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम : 24
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पांच दिन के बाद हननà¥à¤¯à¤¾à¤¹ महायाजक कई पà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और तिरतà¥à¤²à¥à¤²à¥à¤¸ नाम किसी वकील को साथ लेकर आया; उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हाकिम के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ पौलà¥à¤¸ पर नालिश की।
जब वह बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ गया तो तिरतà¥à¤²à¥à¤²à¥à¤¸ उस पर दोष लगाकर कहने लगा, कि, हे महापà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥€ फेलिकà¥à¤¸, तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हमें जो बड़ा कà¥à¤¶à¤² होता है; और तेरे पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§ से इस जाति के लिये कितनी बà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¯à¤¾à¤‚ सà¥à¤§à¤°à¤¤à¥€ जाती हैं।
इस को हम हर जगह और हर पà¥à¤°à¤•ार से धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के साथ मानते हैं।
परनà¥à¤¤à¥ इसलिये कि तà¥à¤à¥‡ और दà¥à¤– नहीं देना चाहता, मैं तà¥à¤ से बिनती करता हूं, कि कृपा करके हमारी दो à¤à¤• बातें सà¥à¤¨ ले।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हम ने इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ को उपदà¥à¤°à¤µà¥€ और जगत के सारे यहूदियों में बलवा कराने वाला, और नासरियों के कà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¥ का मà¥à¤–िया पाया है।
उस ने मनà¥à¤¦à¤¿à¤° को अशà¥à¤¦à¥à¤§ करना चाहा, और हम ने उसे पकड़ लिया। [ हमने उसे अपनी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दणà¥à¤¡ दिया होता;
परनà¥à¤¤à¥ पलटन के सरदार लूसियास ने उसे ज़बरà¥à¤¦à¤¸à¥à¤¤à¥€ हमारे हाथ से छीन लिया,
और मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤ˆà¤¯à¥‹à¤‚ को तेरे सामने आने की आजà¥à¤žà¤¾ दी। ] इन सब बातों को जिन के विषय में हम उस पर दोष लगाते हैं, तू आप ही उस को जांच कर के जान लेगा।
यहूदियों ने à¤à¥€ उसका साथ देकर कहा, ये बातें इसी पà¥à¤°à¤•ार की हैं।
तब हाकिम ने पौलà¥à¤¸ को बोलने के लिये सैन किया तो उस ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, मैं यह जानकर कि तू बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से इस जाति का नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करता है, आननà¥à¤¦ से अपना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤° देता हूं।
तू आप जान सकता है, कि जब से मैं यरूशलेम में à¤à¤œà¤¨ करने को आया, मà¥à¤à¥‡ बारह दिन से ऊपर नहीं हà¥à¤à¥¤
और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ न मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में न सà¤à¤¾ के घरों में, न नगर में किसी से विवाद करते या à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगाते पाया।
और न तो वे उन बातों को, जिन का वे अब मà¥à¤ पर दोष लगाते हैं, तेरे सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ सच ठहरा सकते हैं।
परनà¥à¤¤à¥ यह मैं तेरे सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ मान लेता हूं, कि जिस पनà¥à¤¥ को वे कà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¥ कहते हैं, उसी की रीति पर मैं अपने बाप दादों के परमेशà¥à¤µà¤° की सेवा करता हूं: और जो बातें वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों में लिखी है, उन सब की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤à¤¿ करता हूं।
और परमेशà¥à¤µà¤° से आशा रखता हूं जो वे आप à¤à¥€ रखते हैं, कि धरà¥à¤®à¥€ और अधरà¥à¤®à¥€ दोनों का जी उठना होगा।
इस से मैं आप à¤à¥€ यतन करता हूं, कि परमेशà¥à¤µà¤° की, और मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर मेरा विवेक सदा निरà¥à¤¦à¥‹à¤· रहे।
बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के बाद मैं अपने लोगों को दान पहà¥à¤‚चाने, और à¤à¥‡à¤‚ट चढ़ाने आया था।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में, शà¥à¤¦à¥à¤§ दशा में बिना à¤à¥€à¤¡à¤¼ के साथ, और बिना दंगा करते हà¥à¤ इस काम में पाया - हां आसिया के कई यहूदी थे - उन को उचित था,
कि यदि मेरे विरोध में उन की कोई बात हो तो यहां तेरे सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ आकर मà¥à¤ पर दोष लगाते।
या ये आप ही कहें, कि जब मैं महासà¤à¤¾ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ खड़ा था, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤ से कौन सा अपराध पाया?
इस à¤à¤• बात को छोड़ जो मैं ने उन के बीच में खड़े होकर पà¥à¤•ार कर कहा था, कि मरे हà¥à¤“ं के जी उठने के विषय में आज मेरा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ मà¥à¤•दà¥à¤¦à¤®à¤¾ हो रहा है॥
फेलिकà¥à¤¸ ने जो इस पनà¥à¤¥ की बातें ठीक ठीक जानता था, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह कहकर टाल दिया, कि जब पलटन का सरदार लूसियास आà¤à¤—ा, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ बात का निरà¥à¤£à¤¯ करूंगा।
और सूबेदार को आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि पौलà¥à¤¸ को सà¥à¤– से रखकर रखवाली करना, और उसके मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ में से किसी को à¤à¥€ उस की सेवा करने से न रोकना॥
कितने दिनों के बाद फेलिकà¥à¤¸ अपनी पतà¥à¤¨à¥€ दà¥à¤°à¥à¤¸à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¾ को, जो यहूदिनी थी, साथ लेकर आया; और पौलà¥à¤¸ को बà¥à¤²à¤µà¤¾à¤•र उस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के विषय में जो मसीह यीशॠपर है, उस से सà¥à¤¨à¤¾à¥¤
और जब वह धरà¥à¤® और संयम और आने वाले नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की चरà¥à¤šà¤¾ करता था, तो फेलिकà¥à¤¸ ने à¤à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ होकर उतà¥à¤¤à¤° दिया, कि अà¤à¥€ तो जा: अवसर पाकर मैं तà¥à¤à¥‡ फिर बà¥à¤²à¤¾à¤Šà¤‚गा।
उसे पौलà¥à¤¸ से कà¥à¤› रूपये मिलने की à¤à¥€ आस थी; इसलिये और à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾ बà¥à¤²à¤¾à¤•र उस से बातें किया करता था।
परनà¥à¤¤à¥ जब दो वरà¥à¤· बीत गà¤, तो पà¥à¤°à¤¿à¤•यà¥à¤¸ फेसà¥à¤¤à¥à¤¸ फेलिकà¥à¤¸ की जगह पर आया, और फेलिकà¥à¤¸ यहूदियों को खà¥à¤¶ करने की इचà¥à¤›à¤¾ से पौलà¥à¤¸ को बनà¥à¤§à¥à¤† छोड़ गया॥
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