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योà¤à¤²
आमोस
ओबदà¥à¤¦à¤¾à¤¹
योना
मीका
नहूम
हबकà¥à¤•ूक
सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹
हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
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फिर सबà¥à¤¤ के दिन वह खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेले बालें तोड़ तोड़कर, और हाथों से मल मल कर खाते जाते थे।
तब फरीसियों में से कई à¤à¤• कहने लगे, तà¥à¤® वह काम कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करते हो जो सबà¥à¤¤ के दिन करना उचित नहीं?
यीशॠने उन का उतà¥à¤¤à¤° दिया; कà¥à¤¯à¤¾ तà¥à¤® ने यह नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने जब वह और उसके साथी à¤à¥‚खे थे तो कà¥à¤¯à¤¾ किया?
वह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कर परमेशà¥à¤µà¤° के घर में गया, और à¤à¥‡à¤‚ट की रोटियां लेकर खाईं, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खाना याजकों को छोड़ और किसी को उचित नहीं, और अपने साथियों को à¤à¥€ दीं?
और उस ने उन से कहा; मनà¥à¤·à¥à¤¯ का पà¥à¤¤à¥à¤° सबà¥à¤¤ के दिन का à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¥ है।
और à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि किसी और सबà¥à¤¤ के दिन को वह आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा; और वहां à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिस का दाहिना हाथ सूखा था।
शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने के लिये उस की ताक में थे, कि देखें कि वह सबà¥à¤¤ के दिन चंगा करता है कि नहीं।
परनà¥à¤¤à¥ वह उन के विचार जानता था; इसलिये उसने सूखे हाथ वाले मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा; उठ, बीच में खड़ा हो: वह उठखड़ा हà¥à¤†à¥¤
यीशॠने उन से कहा; मैं तà¥à¤® से यह पूछता हूं कि सबà¥à¤¤ के दिन कà¥à¤¯à¤¾ उचित है, à¤à¤²à¤¾ करना या बà¥à¤°à¤¾ करना; पà¥à¤°à¤¾à¤£ को बचाना या नाश करना?
और उस ने चारों ओर उन सà¤à¥‹à¤‚ को देखकर उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ से कहा; अपना हाथ बढ़ा: उस ने à¤à¤¸à¤¾ ही किया, और उसका हाथ फिर चंगा हो गया।
परनà¥à¤¤à¥ वे आपे से बाहर होकर आपस में विवाद करने लगे कि हम यीशॠके साथ कà¥à¤¯à¤¾ करें?
और उन दिनों में वह पहाड़ पर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने को निकला, और परमेशà¥à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करने में सारी रात बिताई।
जब दिन हà¥à¤†, तो उस ने अपने चेलों को बà¥à¤²à¤¾à¤•र उन में से बारह चà¥à¤¨ लिà¤, और उन को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ कहा।
और वे ये हैं शमौन जिस का नाम उस ने पतरस à¤à¥€ रखा; और उसका à¤à¤¾à¤ˆ अनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ और याकूब और यूहनà¥à¤¨à¤¾ और फिलेपà¥à¤ªà¥à¤¸ और बरतà¥à¤²à¤®à¥ˆà¥¤
और मतà¥à¤¤à¥€ और थोमा और हलफई का पà¥à¤¤à¥à¤° याकूब और शमौन जो जेलोतेस कहलाता है।
और याकूब का बेटा यहूदा और यहूदा इसकिरयोती, जो उसका पकड़वाने वाला बना।
तब वह उन के साथ उतरकर चौरस जगह में खड़ा हà¥à¤†, और उसके चेलों की बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼, और सारे यहूदिया और यरूशलेम और सूर और सैदा के समà¥à¤¦à¥à¤° के किनारे से बहà¥à¤¤à¥‡à¤°à¥‡ लोग, जो उस की सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ और अपनी बीमारियों से चंगा होने के लिय उसके पास आठथे, वहां थे।
और अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं के सताठहà¥à¤ लोग à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ किठजाते थे।
और सब उसे छूना चाहते थे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस में से सामरà¥à¤¥ निकलकर सब को चंगा करती थी॥
तब उस ने अपने चेलों की ओर देखकर कहा; धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जो दीन हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परमेशà¥à¤µà¤° का राजà¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ है।
धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जो अब à¤à¥‚खे हो; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तृपà¥à¤¤ किठजाओगे; धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जो अब रोते हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हंसोगे।
धनà¥à¤¯ हो तà¥à¤®, जब मनà¥à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤¤à¥à¤° के कारण लोग तà¥à¤® से बैर करेंगे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ निकाल देंगे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ निनà¥à¤¦à¤¾ करेंगे, और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ नाम बà¥à¤°à¤¾ जानकर काट देंगे।
उस दिन आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होकर उछलना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देखो, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये सà¥à¤µà¤°à¥à¤— में बड़ा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² है: उन के बाप-दादे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के साथ à¤à¥€ वैसा ही किया करते थे।
परनà¥à¤¤à¥ हाय तà¥à¤® पर; जो धनवान हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तà¥à¤® अपनी शानà¥à¤¤à¤¿ पा चà¥à¤•े।
परनà¥à¤¤à¥ हाय तà¥à¤® पर; जो अब तृपà¥à¤¤ हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¥‚खे होगे: हाय, तà¥à¤® पर; जो अब हंसते हो, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शोक करोगे और रोओगे।
हाय, तà¥à¤® पर; जब सब मनà¥à¤·à¥à¤¯ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤²à¤¾ कहें, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उन के बाप-दादे à¤à¥‚ठे à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं के साथ à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही किया करते थे॥
परनà¥à¤¤à¥ मैं तà¥à¤® सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ वालों से कहता हूं, कि अपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो; जो तà¥à¤® से बैर करें, उन का à¤à¤²à¤¾ करो।
जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤°à¤¾à¤ª दें, उन को आशीष दो: जो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ अपमान करें, उन के लिये पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करो।
जो तेरे à¤à¤• गाल पर थपà¥à¤ªà¤¡à¤¼ मारे उस की ओर दूसरा à¤à¥€ फेर दे; और जो तेरी दोहर छीन ले, उस को कà¥à¤°à¤¤à¤¾ लेने से à¤à¥€ न रोक।
जो कोई तà¥à¤ से मांगे, उसे दे; और जो तेरी वसà¥à¤¤à¥ छीन ले, उस से न मांग।
और जैसा तà¥à¤® चाहते हो कि लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ साथ करें, तà¥à¤® à¤à¥€ उन के साथ वैसा ही करो।
यदि तà¥à¤® अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® रखने वालों के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी à¤à¥€ अपने पà¥à¤°à¥‡à¤® रखने वालों के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤® रखते हैं।
और यदि तà¥à¤® अपने à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करने वालों ही के साथ à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही करते हैं।
और यदि तà¥à¤® उसे उधार दो, जिन से फिर पाने की आशा रखते हो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ बड़ाई? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पापी पापियों को उधार देते हैं, कि उतना ही फिर पाà¤à¤‚।
वरन अपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¥‡à¤® रखो, और à¤à¤²à¤¾à¤ˆ करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये बड़ा फल होगा; और तà¥à¤® परमपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ठहरोगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह उन पर जो धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ नहीं करते और बà¥à¤°à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ कृपालॠहै।
जैसा तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ पिता दयावनà¥à¤¤ है, वैसे ही तà¥à¤® à¤à¥€ दयावनà¥à¤¤ बनो।
दोष मत लगाओ; तो तà¥à¤® पर à¤à¥€ दोष नहीं लगाया जाà¤à¤—ा: दोषी न ठहराओ, तो तà¥à¤® à¤à¥€ दोषी नहीं ठहराठजाओगे: कà¥à¤·à¤®à¤¾ करो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€ कà¥à¤·à¤®à¤¾ की जाà¤à¤—ी।
दिया करो, तो तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¥€ दिया जाà¤à¤—ा: लोग पूरा नाप दबा दबाकर और हिला हिलाकर और उà¤à¤°à¤¤à¤¾ हà¥à¤† तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ गोद में डालेंगे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जिस नाप से तà¥à¤® नापते हो, उसी से तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लिये à¤à¥€ नापा जाà¤à¤—ा॥
फिर उस ने उन से à¤à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥à¤¤ कहा; कà¥à¤¯à¤¾ अनà¥à¤§à¤¾, अनà¥à¤§à¥‡ को मारà¥à¤— बता सकता है? कà¥à¤¯à¤¾ दोनो गड़हे में नहीं गिरेंगे?
चेला अपने गà¥à¤°à¥‚ से बड़ा नहीं, परनà¥à¤¤à¥ जो कोई सिदà¥à¤§ होगा, वह अपने गà¥à¤°à¥‚ के समान होगा।
तू अपने à¤à¤¾à¤ˆ की आंख के तिनके को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ देखता है, और अपनी ही आंख का लटà¥à¤ ा तà¥à¤à¥‡ नहीं सूà¤à¤¤à¤¾
और जब तू अपनी ही आंख का लटà¥à¤ ा नहीं देखता, तो अपने à¤à¤¾à¤ˆ से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कर कह सकता है, हे à¤à¤¾à¤ˆ, ठहर जा तेरी आंख से तिनके को निकाल दूं? हे कपटी, पहिले अपनी आंख से लटà¥à¤ ा निकाल, तब जो तिनका तेरे à¤à¤¾à¤ˆ की आंख में है, à¤à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤‚ति देखकर निकाल सकेगा।
कोई अचà¥à¤›à¤¾ पेड़ नहीं, जो निकमà¥à¤®à¤¾ फल लाà¤, और न तो कोई निकमà¥à¤®à¤¾ पेड़ है, जो अचà¥à¤›à¤¾ फल लाà¤à¥¤
हर à¤à¤• पेड़ अपने फल से पहचाना जाता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग à¤à¤¾à¤¡à¤¼à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से अंजीर नहीं तोड़ते, और न à¤à¤¡à¤¼à¤¬à¥‡à¤°à¥€ से अंगूर।
à¤à¤²à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने मन के à¤à¤²à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से à¤à¤²à¥€ बातें निकालता है; और बà¥à¤°à¤¾ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने मन के बà¥à¤°à¥‡ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° से बà¥à¤°à¥€ बातें निकालता है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जो मन में à¤à¤°à¤¾ है वही उसके मà¥à¤‚ह पर आता है॥
जब तà¥à¤® मेरा कहना नहीं मानते, तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मà¥à¤à¥‡ हे पà¥à¤°à¤à¥, हे पà¥à¤°à¤à¥, कहते हो?
जो कोई मेरे पास आता है, और मेरी बातें सà¥à¤¨à¤•र उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानता है, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताता हूं कि वह किस के समान है
वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है, जिस ने घर बनाते समय à¤à¥‚मि गहरी खोदकर चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ की नेव डाली, और जब बाढ़ आई तो धारा उस घर पर लगी, परनà¥à¤¤à¥ उसे हिला न सकी; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह पकà¥à¤•ा बना था।
परनà¥à¤¤à¥ जो सà¥à¤¨à¤•र नहीं मानता, वह उस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के समान है, जिस ने मिटà¥à¤Ÿà¥€ पर बिना नेव का घर बनाया। जब उस पर धारा लगी, तो वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ गिर पड़ा, और वह गिरकर सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¶ हो गया॥
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