BibleAll
Home
Bible
Parallel Reading
About
Contact
Login
Verse of the Day
The LORD also will be a refuge for the oppressed, a refuge in times of trouble.
Psalm: 9:9
King James Versions
Tamil Bible
Alkitab Bible
American Standard Version
Bible Latinoamericana Spanish
Biblia Ave Maria
Biblia Cornilescu Română
Biblia Cristiana en Espaคol
Bà¸blia da Mulher Catขlica
Elberfelder Bible
Hebrew Bible (Tanakh)
Hindi Bible
Holy Bible in Arabic
Holy Bible KJV Apocrypha
Italian Riveduta Bible
La Bible Palore Vivante
La Bible Darby Francis
La Biblia Moderna en Espaคol
La Biblia NTV en Espaคol
Magandang Balita Biblia libre
Malayalam Bible
Marathi Bible
Tagalog Bible
Telugu Bible
The Holy Bible in Spanish
The Holy Bible RSV
The Vietnamese Bible
Urdu Bible
Zulu Bible Offline
БиблиÑ. Синодальный перевод
Punjabi Bible
Korean Bible
Select Book Name
उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿
निरà¥à¤—मन
लैवà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾
गिनती
वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¿à¤µà¤°à¤£
यहोशू
रूत
1 शमूà¤à¤²
2 शमूà¤à¤²
1 राजा
2 राजा
1 इतिहास
2 इतिहास
à¤à¤œà¥à¤°à¤¾
नहेमायाह
à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤°
अयà¥à¤¯à¥‚ब
à¤à¤œà¤¨ संहिता
नीतिवचन
सà¤à¥‹à¤ªà¤¦à¥‡à¤¶à¤•
शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ गीत
यशायाह
यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹
विलापगीत
यहेजकेल
दानियà¥à¤¯à¥‡à¤²
होशे
योà¤à¤²
आमोस
ओबदà¥à¤¦à¤¾à¤¹
योना
मीका
नहूम
हबकà¥à¤•ूक
सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹
हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
Chapter
Verse
Go
Prev
Hindi Bible
Next
लूका : 4
Track Name
00:00
00:00
Chapters
1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
14
15
16
17
18
19
20
21
22
23
24
फिर यीशॠपवितà¥à¤°à¤†à¤¤à¥à¤®à¤¾ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤†, यरदन से लैटा; और चालीस दिन तक आतà¥à¤®à¤¾ के सिखाने से जंगल में फिरता रहा; और शैतान उस की परीकà¥à¤·à¤¾ करता रहा।
उन दिनों में उस ने कà¥à¤› न खाया और जब वे दिन पूरे हो गà¤, तो उसे à¤à¥‚ख लगी।
और शैतान ने उस से कहा; यदि तू परमेशà¥à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो इस पतà¥à¤¥à¤° से कह, कि रोटी बन जाà¤à¥¤
यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया; कि लिखा है, मनà¥à¤·à¥à¤¯ केवल रोटी से जीवित न रहेगा।
तब शैतान उसे ले गया और उस को पल à¤à¤° में जगत के सारे राजà¥à¤¯ दिखाà¤à¥¤
और उस से कहा; मैं यह सब अधिकार, और इन का विà¤à¤µ तà¥à¤à¥‡ दूंगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वह मà¥à¤à¥‡ सौंपा गया है: और जिसे चाहता हूं, उसी को दे देता हूं।
इसलिये, यदि तू मà¥à¤à¥‡ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करे, तो यह सब तेरा हो जाà¤à¤—ा।
यीशॠने उसे उतà¥à¤¤à¤° दिया; लिखा है; कि तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥à¤µà¤° को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® कर; और केवल उसी की उपासना कर।
तब उस ने उसे यरूशलेम में ले जाकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के कंगूरे पर खड़ा किया, और उस से कहा; यदि तू परमेशà¥à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, तो अपने आप को यहां से नीचे गिरा दे।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लिखा है, कि वह तेरे विषय में अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤—दूतों को आजà¥à¤žà¤¾ देगा, कि वे तेरी रकà¥à¤·à¤¾ करें।
और वे तà¥à¤à¥‡ हाथों हाथ उठा लेंगे à¤à¤¸à¤¾ न हो कि तेरे पांव में पतà¥à¤¥à¤° से ठेस लगे।
यीशॠने उस को उतà¥à¤¤à¤° दिया; यह à¤à¥€ कहा गया है, कि तू पà¥à¤°à¤à¥ अपने परमेशà¥à¤µà¤° की परीकà¥à¤·à¤¾ न करना।
जब शैतान सब परीकà¥à¤·à¤¾ कर चà¥à¤•ा, तब कà¥à¤› समय के लिये उसके पास से चला गया॥
फिर यीशॠआतà¥à¤®à¤¾ की सामरà¥à¤¥ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† गलील को लौटा, और उस की चरà¥à¤šà¤¾ आस पास के सारे देश में फैल गई।
और वह उन की आराधनालयों में उपदेश करता रहा, और सब उस की बड़ाई करते थे॥
और वह नासरत में आया; जहां पाला पोसा गया था; और अपनी रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सबà¥à¤¤ के दिन आराधनालय में जा कर पढ़ने के लिये खड़ा हà¥à¤†à¥¤
यशायाह à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• उसे दी गई, और उस ने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• खोलकर, वह जगह निकाली जहां यह लिखा था।
कि पà¥à¤°à¤à¥ का आतà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤ पर है, इसलिये कि उस ने कंगालों को सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये मेरा अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया है, और मà¥à¤à¥‡ इसलिये à¤à¥‡à¤œà¤¾ है, कि बनà¥à¤§à¥à¤“ं को छà¥à¤Ÿà¤•ारे का और अनà¥à¤§à¥‹à¤‚ को दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पाने का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूं और कà¥à¤šà¤²à¥‡ हà¥à¤“ं को छà¥à¤¡à¤¼à¤¾à¤Šà¤‚।
और पà¥à¤°à¤à¥ के पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रहने के वरà¥à¤· का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूं।
तब उस ने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• बनà¥à¤¦ करके सेवक के हाथ में दे दी, और बैठगया: और आराधनालय के सब लोगों की आंख उस पर लगी थीं।
तब वह उन से कहने लगा, कि आज ही यह लेख तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ पूरा हà¥à¤† है।
और सब ने उसे सराहा, और जो अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ की बातें उसके मà¥à¤‚ह से निकलती थीं, उन से अचमà¥à¤à¤¾ किया; और कहने लगे; कà¥à¤¯à¤¾ यह यूसà¥à¤« का पà¥à¤¤à¥à¤° नहीं?
उस ने उन से कहा; तà¥à¤® मà¥à¤ पर यह कहावत अवशà¥à¤¯ कहोगे, कि हे वैदà¥à¤¯, अपने आप को अचà¥à¤›à¤¾ कर! जो कà¥à¤› हम ने सà¥à¤¨à¤¾ है कि कफरनहूम में किया गया है उसे यहां अपने देश में à¤à¥€ कर।
और उस ने कहा; मैं तà¥à¤® से सच कहता हूं, कोई à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ अपने देश में मान-समà¥à¤®à¤¾à¤¨ नहीं पाता।
और मैं तà¥à¤® से सच कहता हूं, कि à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ के दिनों में जब साढ़े तीन वरà¥à¤· तक आकाश बनà¥à¤¦ रहा, यहां तक कि सारे देश में बड़ा आकाल पड़ा, तो इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में बहà¥à¤¤ सी विधवाà¤à¤‚ थीं।
पर à¤à¤²à¤¿à¤¯à¥à¤¯à¤¾à¤¹ उन में से किसी के पास नहीं à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया, केवल सैदा के सारफत में à¤à¤• विधवा के पास।
और इलीशा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ के समय इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² में बहà¥à¤¤ से कोढ़ी थे, पर नामान सूरयानी को छोड़ उन में से काई शà¥à¤¦à¥à¤§ नहीं किया गया।
ये बातें सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही जितने आराधनालय में थे, सब कà¥à¤°à¥‹à¤§ से à¤à¤° गà¤à¥¤
और उठकर उसे नगर से बाहर निकाला, और जिस पहाड़ पर उन का नगर बसा हà¥à¤† था, उस की चोटी पर ले चले, कि उसे वहां से नीचे गिरा दें।
पर वह उन के बीच में से निकलकर चला गया॥
फिर वह गलील के कफरनहूम नगर में गया, और सबà¥à¤¤ के दिन लोगों को उपदेश दे रहा था।
वे उस के उपदेश से चकित हो गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका वचन अधिकार सहित था।
आराधनालय में à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ था, जिस में अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾ थी।
वह ऊंचे शबà¥à¤¦ से चिलà¥à¤²à¤¾ उठा, हे यीशॠनासरी, हमें तà¥à¤ से कà¥à¤¯à¤¾ काम? कà¥à¤¯à¤¾ तू हमें नाश करने आया है? मैं तà¥à¤à¥‡ जानता हूं तू कौन है? तू परमेशà¥à¤µà¤° का पवितà¥à¤° जन है।
यीशॠने उसे डांटकर कहा, चà¥à¤ª रह: और उस में से निकल जा: तब दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ उसे बीच में पटककर बिना हानि पहà¥à¤‚चाठउस में से निकल गई।
इस पर सब को अचमà¥à¤à¤¾ हà¥à¤†, और वे आपस में बातें करके कहने लगे, यह कैसा वचन है कि वह अधिकार और सामरà¥à¤¥ के साथ अशà¥à¤¦à¥à¤§ आतà¥à¤®à¤¾à¤“ं को आजà¥à¤žà¤¾ देता है, और वे निकल जाती हैं।
सो चारों ओर हर जगह उस की धूम मच गई॥
वह आराधनालय में से उठकर शमौन के घर में गया और शमौन की सास को जà¥à¤µà¤° चढ़ा हà¥à¤† था, और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसके लिये उस से बिनती की।
उस ने उसके निकट खड़े होकर जà¥à¤µà¤° को डांटा और वह उस पर से उतर गया और वह तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उठकर उन की सेवा टहल करने लगी॥
सूरज डूबते समय जिन जिन के यहां लोग नाना पà¥à¤°à¤•ार की बीमारियों में पड़े हà¥à¤ थे, वे सब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उसके पास ले आà¤, और उस ने à¤à¤• à¤à¤• पर हाथ रखकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चंगा किया।
और दà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ चिलà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥€ और यह कहती हà¥à¤ˆ कि तू परमेशà¥à¤µà¤° का पà¥à¤¤à¥à¤° है, बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में से निकल गईं पर वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डांटता और बोलने नहीं देता था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे जानते थे, कि यह मसीह है॥
जब दिन हà¥à¤† तो वह निकलकर à¤à¤• जंगली जगह में गया, और à¤à¥€à¤¡à¤¼ की à¤à¥€à¤¡à¤¼ उसे ढूंढ़ती हà¥à¤ˆ उसके पास आई, और उसे रोकने लगी, कि हमारे पास से न जा।
परनà¥à¤¤à¥ उस ने उन से कहा; मà¥à¤à¥‡ और और नगरों में à¤à¥€ परमेशà¥à¤µà¤° के राजà¥à¤¯ का सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¤¾ अवशà¥à¤¯ है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं इसी लिये à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया हूं॥
और वह गलील के अराधनालयों में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करता रहा॥
×
×
Save
Close