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यशायाह
यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹
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योना
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हबकà¥à¤•ूक
सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹
हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
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यहेजकेल : 40
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हमारी बंधà¥à¤†à¤ˆ के पचà¥à¤šà¥€à¤¸à¤µà¥‡à¤‚ वरà¥à¤· अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ यरूशलेम नगर के ले लिठजाने के बाद चौदहवें वरà¥à¤· के पहिले महीने के दसवें दिन को, यहोवा की शकà¥à¤¤à¤¿ मà¥à¤ पर हà¥à¤ˆ, और उसने मà¥à¤à¥‡ वहां पहà¥à¤‚चाया।
अपने दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ में परमेशà¥à¤µà¤° ने मà¥à¤à¥‡ इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के देश में पहà¥à¤‚चाया और वहां à¤à¤• बहà¥à¤¤ ऊंचे पहाड़ पर खड़ा किया, जिस पर दकà¥à¤–िन ओर मानो किसी नगर का आकार था।
जब वह मà¥à¤à¥‡ वहां ले गया, तो मैं ने कà¥à¤¯à¤¾ देखा कि पीतल का रूप धरे हà¥à¤ और हाथ में सन का फीता और मापने का बांस लिठहà¥à¤ à¤à¤• पà¥à¤°à¥à¤· फाटक में खड़ा है।
उस पà¥à¤°à¥à¤· ने मà¥à¤ से कहा, हे मनà¥à¤·à¥à¤¯ के सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨, अपनी आंखों से देख, और अपने कानों से सà¥à¤¨; और जो कà¥à¤› मैं तà¥à¤à¥‡ दिखाऊंगा उस सब पर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू इसलिये यहां पहà¥à¤‚चाया गया है कि मैं तà¥à¤à¥‡ ये बातें दिखाऊं; और जो कà¥à¤› तू देखे वह इसà¥à¤°à¤¾à¤à¤² के घराने को बताà¤à¥¤
और देखो, à¤à¤µà¤¨ के बाहर चारों ओर à¤à¤• à¤à¥€à¤¤ थी, और उस पà¥à¤°à¥à¤· के हाथ में मापने का बांस था, जिसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ à¤à¤¸à¥‡ छ: हाथ की थी जो साधारण हाथों से चौवा à¤à¤° अधिक है; सो उसने à¤à¥€à¤¤ की मोटाई मापकर बांस à¤à¤° की पाई, फिर उसकी ऊंचाई à¤à¥€ मापकर बांस à¤à¤° की पाई।
तब वह उस फाटक के पास आया जिसका मà¥à¤‚ह पूरà¥à¤µ की ओर था, और उसकी सीढ़ी पर चढ़कर फाटक की दोनों डेवढिय़ों की चौड़ाई मापकर à¤à¤• à¤à¤• बांस à¤à¤° की पाई।
और पहरे वाली कोठरियां बांस à¤à¤° लमà¥à¤¬à¥€ और बांस à¤à¤° चौड़ी थी; और दो कोठरियों का अनà¥à¤¤à¤° पांच हाथ का था; और फाटक की डेवढ़ी जो फाटक के ओसारे के पास à¤à¤µà¤¨ की ओर थी, वह à¤à¥€ बांस à¤à¤° की थी।
तब उसने फाटक का वह ओसारा जो à¤à¤µà¤¨ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ था, मापकर बांस à¤à¤° का पाया।
और उसने फाटक का ओसारा माप कर आठहाथ का पाया, और उसके खमà¥à¤à¥‡ दो दो हाथ के पाà¤, और फाटक का ओसारा à¤à¤µà¤¨ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ था।
और पूवीं फाटक की दोनों ओर तीन तीन पहरे वाली कोठरियां थीं जो सब à¤à¤• ही माप की थीं, और दोनों ओर के खमà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ à¤à¤• ही माप के थे।
फिर उस न फाटक के दà¥à¤µà¤¾à¤° की चौड़ाई माप कर दस हाथ की पाई; और फाटक की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ माप कर तेरह हाथ की पाई।
और दोनों ओर की पहरे वाली कोठरियों के आगे हाथ à¤à¤° का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ था और दोनों ओर कोठरियां छ: छ: हाथ की थीं।
फिर उसने फाटक को à¤à¤• ओर की पहरे वाली कोठरी की छत से ले कर दूसरी ओर की पहरे वाली कोठरी की छत तक माप कर पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की दूरी पाई, और दà¥à¤µà¤¾à¤° आमà¥à¤¹à¤¨à¥‡-सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ थे।
फिर उसने साठहाथ के खमà¥à¤à¥‡ मापे, और आंगन, फाटक के आस पास, खमà¥à¤à¥‹à¤‚ तक था।
ओर फाटक के बाहरी दà¥à¤µà¤¾à¤° के आगे से ले कर उसके à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ ओसारे के आगे तक पचास हाथ का अनà¥à¤¤à¤° था।
और पहरे वाली कोठरियों में, और फाटक के à¤à¥€à¤¤à¤° चारों ओर कोठरियों के बीच के खमà¥à¤à¥‡ के बीच बीच में à¤à¤¿à¤²à¤®à¤¿à¤²à¥€à¤¦à¤¾à¤° खिड़कियां थी, और खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारे में à¤à¥€ वैसी ही थी; और फाटक के à¤à¥€à¤¤à¤° के चारों ओर खिड़कियां थीं; और हर à¤à¤• खमà¥à¤à¥‡ पर खजूर के पेड़ खà¥à¤¦à¥‡ हà¥à¤ थे।
तब वह मà¥à¤à¥‡ बाहरी आंगन में ले गया; और उस आंगन के चारों ओर कोठरियां थीं; और à¤à¤• फरà¥à¤¶ बना हà¥à¤† था; जिस पर तीस कोठरियां बनी थीं।
और यह फरà¥à¤¶ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ निचला फरà¥à¤¶ फाटकों से लगा हà¥à¤† था और उनकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° था।
फिर उसने निचले फाटक के आगे से ले कर à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन के बाहर के आगे तक मापकर सौ हाथ पाà¤; वह पूरà¥à¤µ और उतà¥à¤¤à¤° दोनों ओर à¤à¤¸à¤¾ ही था।
तब बाहरी आंगन के उतà¥à¤¤à¤°à¤®à¥à¤–ी फाटक की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ और चौड़ाई उसने मापी।
और उसकी दोनों ओर तीन तीन पहरे वाली कोठरियां थीं, और इसके à¤à¥€ खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारे की माप पहिले फाटक के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° थी; इसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ पचास और चौड़ाई पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की थी।
और इसकी à¤à¥€ खिड़कियों और खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारे और खजूरों की माप पूरà¥à¤µà¤®à¥à¤–ी फाटक की सी थी; और इस पर चढ़ने को सात सीढिय़ां थीं; और उनके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ इसका ओसारा था।
और à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन की उतà¥à¤¤à¤° और पूरà¥à¤µ ओर दूसरे फाटकों के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ फाटक थे और उसने फाटकों की दूरी माप कर सौ हाथ की पाई।
फिर वह मà¥à¤à¥‡ दकà¥à¤–िन ओर ले गया, और दकà¥à¤–िन ओर à¤à¤• फाटक था; और उसने इसके खमà¥à¤à¥‡ और खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा माप कर इनकी वैसी ही माप पाई।
और उन खिड़कियों की नाईं इसके और इसके खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारों के चारों ओर à¤à¥€ खिड़कियां थीं; इसकी à¤à¥€ लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ पचास और चौड़ाई पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की थी।
और इस में à¤à¥€ चढ़ने के लिये सात सीढिय़ां थीं और उनके सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा था; और उसके दोनों ओर के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ पर खजूर के पेड़ खà¥à¤¦à¥‡ हà¥à¤ थे।
और दकà¥à¤–िन ओर à¤à¥€ à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन का à¤à¤• फाटक था, और उसने दकà¥à¤–िन ओर के दोनों फाटकों की दूरी माप कर सौ हाथ की पाई।
तब वह दकà¥à¤–िनी फाटक से हो कर मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन में ले गया, और उसने दकà¥à¤–िनी फाटक को माप कर वैसा ही पाया।
अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ इसकी à¤à¥€ पहरे वाली कोठरियां, और खमà¥à¤à¥‡, और खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा, सब वैसे ही थे; और इसके और इसके खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारे के à¤à¥€ चारों ओर à¤à¥€ खिड़कियां थीं; और इसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ पचास और चौड़ाई पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की थी।
और इसके चारों ओर के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा à¤à¥€ पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ लमà¥à¤¬à¤¾, और पचास हाथ चौड़ा था।
और इसका खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा बाहरी आंगन की ओर था, और इसके खमà¥à¤à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ खजूर के पेड़ खà¥à¤¦à¥‡ हà¥à¤ थे, और इस पर चढ़ने को आठसीढिय़ां थीं।
फिर वह पà¥à¤°à¥à¤· मà¥à¤à¥‡ पूरà¥à¤µ की ओर à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन में ले गया, और उस ओर के फाटक को माप कर वैसा ही पाया।
और इसकी à¤à¥€ पहरे वाली कोठरियां और खमà¥à¤à¥‡ और खमà¥à¤à¥‹à¤‚ का ओसारा, सब वैसे ही थे; और इसके और इसके खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के ओसारे के चारों ओर à¤à¥€ खिड़कियां थीं; इसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ पचास और चौड़ाई पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की थी।
इसका ओसारा à¤à¥€ बाहरी आंगन की ओर था, और उसके दोनों ओर के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ पर खजूर के पेड़ खà¥à¤¦à¥‡ हà¥à¤ थे; और इस पर à¤à¥€ चढ़ने को आठसीढिय़ां थीं।
फिर उस पà¥à¤°à¥à¤· ने मà¥à¤à¥‡ उतà¥à¤¤à¤°à¥€ फाटक के पास ले जा कर उसे मापा, और उसकी à¤à¥€ माप वैसी ही पाई।
उसके à¤à¥€ पहरे वाली कोठरियां और खमà¥à¤à¥‡ और उनका ओसारा था; और उसके à¤à¥€ चारों ओर खिड़कियां थीं; उसकी लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ पचास और चौड़ाई पचà¥à¤šà¥€à¤¸ हाथ की थी।
उसके खमà¥à¤à¥‡ बाहरी आंगन की ओर थे, और उन पर à¤à¥€ दोनोंओर खजूर के पेड़ खà¥à¤¦à¥‡ हà¥à¤ थे; और उस में चढ़ने को आठसीढिय़ां थीं।
फिर फाटकों के पास के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के निकट दà¥à¤µà¤¾à¤° समेत कोठरी थी, जहां होमबलि धोया जाता था।
और होमबलि, पापबलि, और दोषबलि के पशà¥à¤“ं के वध करने के लिये फाटक के ओसारे के पास उसके दोनों ओर दो दो मेज़ें थीं।
और फाटक की à¤à¤• बाहरी अलंग पर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ उतà¥à¤¤à¤°à¥€ फाटक के दà¥à¤µà¤¾à¤° की चढ़ाई पर दो मेज़ें थीं; और उसकी दूसरी बाहरी अलंग पर à¤à¥€, जो फाटक के ओसारे के पास थी, दो मेजें थीं।
फाटक की दोनों अलंगों पर चार चार मेजें थीं, सो सब मिलकर आठमेज़ें थीं, जो बलिपशॠवध करने के लिये थीं।
फिर होमबलि के लिये तराशे हà¥à¤ पतà¥à¤¥à¤° की चार मेज़ें थीं, जो डेढ़ हाथ लमà¥à¤¬à¥€, डेढ़ हाथ चौड़ी, और हाथ à¤à¤° ऊंची थीं; उन पर होमबलि और मेलबलि के पशà¥à¤“ं को वध करने के हथियार रखे जाते थे।
à¤à¥€à¤¤à¤° चारों ओर चौवे à¤à¤° की अंकडिय़ां लगी थीं, और मेज़ों पर चढ़ावे का मांस रखा हà¥à¤† था।
और à¤à¥€à¤¤à¤°à¥€ आंगन की उतà¥à¤¤à¤°à¥€ फाटक की अलंग के बाहर गाने वालों की कोठरियां थीं जिनके दà¥à¤µà¤¾à¤° दकà¥à¤–िन ओर थे; और पूवीं फाटक की अलंग पर à¤à¤• कोठरी थी, जिसका दà¥à¤µà¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤° ओर था।
उसने मà¥à¤ से कहा, यह कोठरी, जिसका दà¥à¤µà¤¾à¤° दकà¥à¤–िन की ओर है, उन याजकों के लिये है जो à¤à¤µà¤¨ की चौकसी करते हैं,
और जिस कोठरी का दà¥à¤µà¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤° ओर है, वह उन याजकों के लिये है जो वेदी की चौकसी करते हैं; ये सादोक की सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हैं; और लेवियों में से यहोवा की सेवा टहल करने को केवल ये ही उसके समीप जाते हैं।
फिर उसने आंगन को माप कर उसे चौकोना अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ सौ हाथ लमà¥à¤¬à¤¾ और सौ हाथ चौड़ा पाया; और à¤à¤µà¤¨ के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ वेदी थी।
फिर वह मà¥à¤à¥‡ à¤à¤µà¤¨ के ओसारे में ले गया, और ओसारे के दोनों ओर के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ को माप कर पांच पांच हाथ का पाया; और दोनों ओर फाटक की चौड़ाई तीन तीन हाथ की थी।
ओसारे की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆ बीस हाथ और चौड़ाई गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ हाथ की थी; और उस पर चढ़ने को सीढिय़ां थीं; और दोनों ओर के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ के पास लाटें थीं।
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