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निरà¥à¤—मन
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गिनती
वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¿à¤µà¤°à¤£
यहोशू
रूत
1 शमूà¤à¤²
2 शमूà¤à¤²
1 राजा
2 राजा
1 इतिहास
2 इतिहास
à¤à¤œà¥à¤°à¤¾
नहेमायाह
à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤°
अयà¥à¤¯à¥‚ब
à¤à¤œà¤¨ संहिता
नीतिवचन
सà¤à¥‹à¤ªà¤¦à¥‡à¤¶à¤•
शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ गीत
यशायाह
यिरà¥à¤®à¤¯à¤¾à¤¹
विलापगीत
यहेजकेल
दानियà¥à¤¯à¥‡à¤²
होशे
योà¤à¤²
आमोस
ओबदà¥à¤¦à¤¾à¤¹
योना
मीका
नहूम
हबकà¥à¤•ूक
सपनà¥à¤¯à¤¾à¤¹
हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
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यशायाह : 61
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पà¥à¤°à¤à¥ यहोवा का आतà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤ पर है; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहोवा ने सà¥à¤¸à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤° सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये मेरा अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया और मà¥à¤à¥‡ इसलिये à¤à¥‡à¤œà¤¾ है कि खेदित मन के लोगों को शानà¥à¤¤à¤¿ दूं; कि बंधà¥à¤“ं के लिये सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ का और कैदियों के लिये छà¥à¤Ÿà¤•ारे का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूं;
कि यहोवा के पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ रहने के वरà¥à¤· का और हमारे परमेशà¥à¤µà¤° के पलटा लेने के दिन का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करूं; कि सब विलाप करने वालों को शानà¥à¤¤à¤¿ दूं
और सियà¥à¤¯à¥‹à¤¨ के विलाप करने वालों के सिर पर की राख दूर कर के सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° पगड़ी बानà¥à¤§ दूं, कि उनका विलाप दूर कर के हरà¥à¤· का तेल लगाऊं और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊं; जिस से वे धरà¥à¤® के बांजवृकà¥à¤· और यहोवा के लगाठहà¥à¤ कहलाà¤à¤‚ और जिस से उसकी महिमा पà¥à¤°à¤—ट हो।
तब वे बहà¥à¤¤ काल के उजड़े हà¥à¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को फिर बसाà¤à¤‚गे, पूरà¥à¤µà¤•ाल से पड़े हà¥à¤ खणà¥à¤¡à¤¹à¤°à¥‹à¤‚ में वे फिर घर बनाà¤à¤‚गे; उजड़े हà¥à¤ नगरों को जो पीढ़ी पीढ़ी में उजड़े हà¥à¤ हों वे फिर नये सिरे से बसाà¤à¤‚गे॥
परदेशी आ खड़े होंगे और तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥‡à¤¡à¤¼-बकरियों को चराà¤à¤‚गे और विदेशी लोग तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ चरवाहे और दाख की बारी के माली होंगे;
पर तà¥à¤® यहोवा के याजक कहलाओगे, वे तà¥à¤® को हमरो परमेशà¥à¤µà¤° के सेवक कहेंगे; और तà¥à¤® अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की धन-समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ को खाओगे, उनके वैà¤à¤µ की वसà¥à¤¤à¥à¤à¤‚ पाकर तà¥à¤® बड़ाई करोगे।
तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ नामधराई की सनà¥à¤¤à¥€ दूना à¤à¤¾à¤— मिलेगा, अनादर की सनà¥à¤¤à¥€ तà¥à¤® अपने à¤à¤¾à¤— के कारण जयजयकार करोगे; तà¥à¤® अपने देश में दूने à¤à¤¾à¤— के अधिकारी होगे; और सदा आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ बने रहोगे॥
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि, मैं यहोवा नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ से पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ रखता हूं, मैं अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और डकैती से घृणा करता हूं; इसलिये मैं उन को उनके साथ सदा की वाचा बानà¥à¤§à¥‚ंगा।
उनका वंश अनà¥à¤¯à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में और उनकी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ देश देश के लोगों के बीच पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ होगी; जितने उन को देखेंगे, पहिचान लेंगे कि यह वह वंश है जिस को परमेशà¥à¤µà¤° ने आशीष दी है॥
मैं यहोवा के कारण अति आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ होऊंगा, मेरा पà¥à¤°à¤¾à¤£ परमेशà¥à¤µà¤° के कारण मगन रहेगा; कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने मà¥à¤à¥‡ उदà¥à¤§à¤¾à¤° के वसà¥à¤¤à¥à¤° पहिनाà¤, और धरà¥à¤® की चदà¥à¤¦à¤° à¤à¤¸à¥‡ ओढ़ा दी है जैसे दूलà¥à¤¹à¤¾ फूलों की माला से अपने आप को सजाता और दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¿à¤¨ अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जैसे à¤à¥‚मि अपनी उपज को उगाती, और बारी में जो कà¥à¤› बोया जाता है उसको वह उपजाती है, वैसे ही पà¥à¤°à¤à¥ यहोवा सब जातियों के सामà¥à¤¹à¤¨à¥‡ धामिरà¥à¤•ता और धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ को बढ़ाà¤à¤—ा॥
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