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हागà¥à¤—ै
जकरà¥à¤¯à¤¾à¤¹
मलाकी
मतà¥à¤¤à¥€
मरकà¥à¤¸
लूका
यूहनà¥à¤¨à¤¾
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के काम
रोमियो
1 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
2 कà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
गलातियों
इफिसियों
फिलिपà¥à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
कà¥à¤²à¥à¤¸à¥à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
1 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
2 थिसà¥à¤¸à¤²à¥à¤¨à¥€à¤•ियों
1 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
2 तीमà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥à¤¸
तीतà¥à¤¸
फिलेमोन
इबà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहनà¥à¤¨à¤¾
2 यूहनà¥à¤¨à¤¾
3 यूहनà¥à¤¨à¤¾
यहूदा
पà¥à¤°à¤•ाशित वाकà¥à¤¯
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à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° : 9
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अदार नाम बारहवें महीने के तेरहवें दिन को, जिस दिन राजा की आजà¥à¤žà¤¾ और नियम पूरे होने को थे, और यहूदियों के शतà¥à¤°à¥ उन पर पà¥à¤°à¤¬à¤² होने की आशा रखते थे, परनà¥à¤¤à¥ इसके उलटे यहूदी अपने बैरियों पर पà¥à¤°à¤¬à¤² हà¥à¤, उस दिन,
यहूदी लोग राजा कà¥à¤·à¤¯à¤°à¥à¤· के सब पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में अपने अपने नगर में इकटà¥à¤ े हà¥à¤, कि जो उनकी हानि करने का यतà¥à¤¨ करे, उन पर हाथ चलाà¤à¥¤ और कोई उनका सामà¥à¤¹à¤¨à¤¾ न कर सका, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनका à¤à¤¯ देश देश के सब लोगों के मन में समा गया था।
वरन पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के सब हाकिमों और अधिपतियों और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ और राजा के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यहूदियों की सहायता की, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके मन में मोरà¥à¤¦à¤•ै का à¤à¤¯ समा गया था।
मोरà¥à¤¦à¤•ै तो राजा के यहां बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित था, और उसकी कीरà¥à¤¤à¤¿ सब पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में फैल गई; वरन उस पà¥à¤°à¥à¤· मोरà¥à¤¦à¤•ै की महिमा बढ़ती चली गई।
और यहूदियों ने अपने सब शतà¥à¤°à¥à¤“ं को तलवार से मार कर और घात कर के नाश कर डाला, और अपने बैरियों से अपनी इचà¥à¤›à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ किया।
और शूशन राजगढ़ में यहूदियों ने पांच सौ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को घात कर के नाश किया।
और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने परà¥à¤¶à¤¨à¥à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾, दलà¥à¤ªà¥‹à¤¨, असà¥à¤ªà¤¾à¤¤à¤¾,
पोराता, अदलà¥à¤¯à¤¾, अरीदाता,
परà¥à¤®à¤¶à¤¤à¤¾, अरीसै, अरीदै और वैजाता,
अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ हमà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ के पà¥à¤¤à¥à¤° यहूदियों के विरोधी हामान के दसों पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ घात किया; परनà¥à¤¤à¥ उनके धन को न लूटा।
उसी दिन शूशन राजगढ़ में घात किठहà¥à¤“ं की गिनती राजा को सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ गई।
तब राजा ने à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° रानी से कहा, यहूदियों ने शूशन राजगढ़ ही में पांच सौ मनà¥à¤·à¥à¤¯ और हामान के दसों पà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ घात कर के नाश किया है; फिर राजà¥à¤¯ के और और पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने न जाने कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ किया होगा! अब इस से अधिक तेरा निवेदन कà¥à¤¯à¤¾ है? वह à¤à¥€ पूरा किया जाà¤à¤—ा। और तू कà¥à¤¯à¤¾ मांगती है? वह à¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ दिया जाà¤à¤—ा।
à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° ने कहा, यदि राजा को सà¥à¤µà¥€à¤•ार हो तो शूशन के यहूदियों को आज की नाईं कल à¤à¥€ करने की आजà¥à¤žà¤¾ दी जाà¤, और हामान के दसों पà¥à¤¤à¥à¤° फांसी के खमà¥à¤à¥‡à¤‚ पर लटकाठजाà¤à¤‚।
राजा ने कहा, à¤à¤¸à¤¾ किया जाà¤; यह आजà¥à¤žà¤¾ शूशन में दी गई, और हामान के दसों पà¥à¤¤à¥à¤° लटकाठगà¤à¥¤
और शूशन के यहूदियों ने अदार महीने के चौदहवें दिन को à¤à¥€ इकटà¥à¤ े हो कर शूशन में तीन सौ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को घात किया, परनà¥à¤¤à¥ धन को न लूटा।
राजà¥à¤¯ के और और पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के यहूदी इकटà¥à¤ े हो कर अपना अपना पà¥à¤°à¤¾à¤£ बचाने के लिये खड़े हà¥à¤, और अपने बैरियों में से पचहतà¥à¤¤à¤° हजार मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को घात कर के अपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से विशà¥à¤°à¤¾à¤® पाया; परनà¥à¤¤à¥ धन को न लूटा।
यह अदार महीने के तेरहवें दिन को किया गया, और चौदहवें दिन को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤°à¤¾à¤® कर के जेवनार की और आननà¥à¤¦ का दिन ठहराया।
परनà¥à¤¤à¥ शूशन के यहूदी अदार महीने के तेरहवें दिन को, और उसी महीने के चौदहवें दिन को इकटà¥à¤ े हà¥à¤, और उसी महीने के पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹à¤µà¥‡à¤‚ दिन को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने विशà¥à¤°à¤¾à¤® कर के जेवनार का और आननà¥à¤¦ का दिन ठहराया।
इस कारण देहाती यहूदी जो बिना शहरपनाह की बसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में रहते हैं, वे अदार महीने के चौदहवें दिन को आननà¥à¤¦ ओर जेवनार और खà¥à¤¶à¥€ और आपस में बैना à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का दिन नियà¥à¤•à¥à¤¤ कर के मानते हैं।
इन बातों का वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ लिखकर, मोरà¥à¤¦à¤•ै ने राजा कà¥à¤·à¤¯à¤°à¥à¤· के सब पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में, कà¥à¤¯à¤¾ निकट कà¥à¤¯à¤¾ दूर रहने वाले सारे यहूदियों के पास चिटà¥à¤ ियां à¤à¥‡à¤œà¥€à¤‚,
और यह आजà¥à¤žà¤¾ दी, कि अदार महीने के चौदहवें और उसी महीने के पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹à¤µà¥‡à¤‚ दिन को पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· माना करें।
जिन में यहूदियों ने अपने शतà¥à¤°à¥à¤“ं से विशà¥à¤°à¤¾à¤® पाया, और यह महीना जिस में शोक आननà¥à¤¦ से, और विलाप खà¥à¤¶à¥€ से बदला गया; (माना करें) और उन को जेवनार और आननà¥à¤¦ और à¤à¤• दूसरे के पास बैना à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ ओर कंगालों को दान देने के दिन मानें।
और यहूदियों ने जैसा आरमà¥à¤ किया था, और जैसा मोरà¥à¤¦à¤•ै ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखा, वैसा ही करने का निशà¥à¤šà¤¯ कर लिया।
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ अगागी का पà¥à¤¤à¥à¤° हामान जो सब यहूदियों का विरोधी था, उसने यहूदियों के नाश करने की यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की, और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मिटा डालने और नाश करने के लिये पूर अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ चिटà¥à¤ ी डाली थी।
परनà¥à¤¤à¥ जब राजा ने यह जान लिया, तब उसने आजà¥à¤žà¤¾ दी और लिखवाई कि जो दà¥à¤·à¥à¤Ÿ यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ हामान ने यहूदियों के विरà¥à¤¦à¥à¤§ की थी वह उसी के सिर पर पलट आà¤, तब वह और उसके पà¥à¤¤à¥à¤° फांसी के खमà¥à¤à¥‹à¤‚ पर लटकाठगà¤à¥¤
इस कारण उन दिनों का नाम पूर शबà¥à¤¦ से पूरीम रखा गया। इस चिटà¥à¤ ी की सब बातों के कारण, और जो कà¥à¤› उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस विषय में देखा और जो कà¥à¤› उन पर बीता था, उसके कारण à¤à¥€
यहूदियों ने अपने अपने लिये और अपनी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लिये, और उन सà¤à¥‹à¤‚ के लिये à¤à¥€ जो उन में मिल गठथे यह अटल पà¥à¤°à¤£ किया, कि उस लेख के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· उसके ठहराठहà¥à¤ समय में वे ये दो दिन मानें।
और पीढ़ी पीढ़ी, कà¥à¤² कà¥à¤², पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤, नगर नगर में ये दिन सà¥à¤®à¤°à¤£ किठऔर माने जाà¤à¤‚गे। और पूरीम नाम के दिन यहूदियों में कà¤à¥€ न मिटेंगे और उनका सà¥à¤®à¤°à¤£ उनके वंश से जाता न रहेगा।
फिर अबीहैल की बेटी à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° रानी, और मोरà¥à¤¦à¤•ै यहूदी ने, पूरीम के विषय यह दूसरी चिटà¥à¤ ी बड़े अधिकार के साथ लिखी।
इसकी नकलें मोरà¥à¤¦à¤•ै ने कà¥à¤·à¤¯à¤°à¥à¤· के राजà¥à¤¯ के, à¤à¤• सौ सतà¥à¤¤à¤¾à¤ˆà¤¸à¥‹à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के सब यहूदियों के पास शानà¥à¤¤à¤¿ देने वाली और सचà¥à¤šà¥€ बातों के साथ इस आशय से à¤à¥‡à¤œà¥€à¤‚,
कि पूरीम के उन दिनों के विशेष ठहराठहà¥à¤ समयों में मोरà¥à¤¦à¤•ै यहूदी और à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° रानी की आजà¥à¤žà¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, और जो यहूदियों ने अपने और अपनी सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के लिये ठान लिया था, उसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥€ उपवास और विलाप किठजाà¤à¤‚।
और पूरीम के विषà¥à¤¯ का यह नियम à¤à¤¸à¥à¤¤à¥‡à¤° की आजà¥à¤žà¤¾ से à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤° किया गया, और उनकी चरà¥à¤šà¤¾ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लिखी गई।
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